जनसंख्या विस्फोट का तात्पर्य जनसंख्या की अप्रत्याशित वृद्धि से है जिसका दुष्प्रभाव व्यक्ति के सुख, स्वास्थ्य एवं सम्पत्ति पर, राष्ट्र की प्रगति एवं समृद्धि पर तथा अन्तर्राष्ट्रीय सुरक्षा एवं शांति पर पड़ता है व जिसके परिणामस्वरूप आज मानव जाति का अस्तित्त्व खतरे में पड़ गया है। भारत में प्रतिवर्ष जनसंख्या वृद्धि बड़ी ही तेजी से बढ़ रही है जिसने हमारे आर्थिक विकास, प्रशासन, सामाजिक कल्याण आदि को काफी प्रभावित किया है।
भारत आज विश्व में जनसंख्या की दृष्टि से दूसरे स्थान पर है। बढ़ती जनसंख्या ने हमारे यहाँ बेकारी तथा गरीबी में वृद्धि की है। इसलिए कहा जाता है कि भारत में जनसंख्या विस्फोट हो रहा है और यदि इसे नियंत्रित नहीं किया गया तो इसके समाज पर काफी नकारात्मक प्रभाव होंगे।