इस कथन से सफिया ने यह भाव व्यक्त किया है कि अदीब अर्थात् साहित्यकार मानवीय संवेदनाओं से भरे होते हैं। वे संसार की यथार्थता एवं क्रूरता के बजाय भावनात्मकता एवं आदर्श इंसानियत रखते हैं। अगर संसार में सभी लोग अदीबों की तरह मानवीय प्रेम, करुणा, संवेदना एवं भावुकता रखते