आग लगने की स्थिति में प्रबन्धन को तीन बड़ी जिम्मेवारियाँ होती हैं-
(i) आग में फंसे हुए लोगों को चाहर निकालना।
(ii) घायलों को तत्काल प्राथमिक उपचार,
जैसे-
(क) सबसे पहले उसके शरीर पर ठंडा पानी डालना,
(ख) बर्फ से सहलाना तथा
(ग) बरनोल जैसी प्राथमिक औषधि का उपयोग करना। प्राथमिक उपचार के पश्चात उसे अस्पताल पहुंचाना।
(iii) आग के फैलाव को रोकना, जिसके लिए नजदीक में उपलब्ध बालू, मिट्टी तथा यदि निकट में तालाव हो तो उसके जल का उपयोग कर आग बुझाने का प्रयास करना। झुग्गी-झोपड़ी के उखाड़ फेंकना तथा विद्युत लाइन को विच्छेदित करना परमावश्यक है। इसके साथ ही अग्नि शामक दल को तत्काल बुलाना चाहिए।