(i) डायाफ्राम (Diaphragin)- इसे डॉक्टर द्वारा गर्भाशय के मुख (सर्विक्स) पर फ्टि कर दिया जाता है जिससे शुक्राणु सर्विक्स नलिका में प्रवेश नहीं कर सकते।
(ii) अंतः गर्भाशयी युक्ति (Intrauterine device, IUD)-IUD अथवा लूप (loop) प्लास्टिक अथवा स्टेनलेस स्टील का बना होता है। इसे गर्भाशय में डाल दिया जाता है जिसके कारण गर्भाशय की दीवार में भ्रूण का रोपण नहीं होता।