निम्नलिखित पद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित दिए गए प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए :
सुखिया सब संसार है, खायै अरू सोवै ।
दुखिया दास कबीर है, जागै अरू रोवै ।।
बिरह भुवंगम तन बसै, मंत्र न लागै कोइ ।
राम बियोगी ना जिवै, जिवै तो बौरा होइ ।।
(i) पहले दोहे में 'सोना' और 'जागना' प्रतीकार्थ है -
(A) अज्ञानता और ज्ञान का
(B) निष्क्रियता और सक्रियता का
(C) अचेतनता और चेतनता का
(D) निर्जीवता और सजीवता का
(ii) कबीर दुखी हैं क्योंकि वे -
(A) एकाकी जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
(B) ईश्वर से वियोग के कारण व्यथित हैं।
(C) सांसारिक सुखों का भोग नहीं कर पा रहे हैं।
(D) ईश्वरीय सत्य से लोगों को परिचित नहीं करवा पा रहे हैं।
(iii) 'मंत्र न लगना' का आशय है-
(A) मंत्रों का निष्फल होना
(B) पूजा-पाठ का काम न आना
(C) कोई उपाय काम न आना
(D) मंत्रोच्चार की विधि न जानना
(iv) राम वियोगी व्यक्ति की तुलना किससे की गई है ?
(A) विक्षिप्त व्यक्ति से
(B) विरह रूपी व्यक्ति से
(C) विष युक्त सर्प के तन से
(D) विरह रूपी सर्प से ग्रसित व्यक्ति से