अर्थशास्त्र एक विज्ञान है, यह सर्वसम्मति सेस्वीकार किया जाता है किन्तु अर्थशास्त्रियों में इस बारे में मतभेद है कि यह वास्तविक विज्ञान के साथ-साथ आदर्श विज्ञान है अथवा नहीं। सीनियर, केयरनीज, रोबिन्स, सेमुअल्सन व बोल्डिग अर्थशास्त्र को केवल वास्तविक विज्ञान मानते हैं। रोबिन्स के अनुसार-“अर्थशास्त्र उद्देश्यों के प्रति तटस्थ है।” प्रो० बोल्डिग के अनुसार—अर्थशास्त्री चुनाव का अध्ययन करता है, उनका मूल्यांकन नहीं।” इसके विपरीत, वर्तमान समय में अधिकांश अर्थशास्त्री अर्थशास्त्र को वास्तविक विज्ञान के साथ-साथ आदर्श विज्ञान भी मानते हैं वे यह स्वीकार करते हैं-“अर्थशास्त्री का कार्य केवल व्याख्या या खोज करना ही नहीं अपितु समर्थन तथा निंदा करना भी है।”
प्रो० पीगू के अनुसार – “इसका (अर्थशास्त्र का) प्रमुख महत्त्व तो इस बात में है कि वह नीतिशास्त्र से अलग नहीं किया जी सकता।” इस प्रकार अर्थशास्त्र वास्तविक विज्ञान के साथ-साथ आदर्श विज्ञान भी है।