मानव पर दुष्प्रभाव डालने वाले प्राकृतिक परिवर्तनों को प्राकृतिक आपदाएँ कहते हैं। ज्वालामुखी विस्फोट, भूकंप, सुनामी, सूखा, वाढ़, चक्रवात, मृदा अपरदन, हिमस्खलन भू-स्खलन आदि प्राकृतिक आपदाओं के मुख्य प्रकार हैं। इनमें अधिकांश आपदाएँ प्राकृतिक शक्तियों द्वारा उत्पन्न होती है। प्राकृतिक आपदा की गति तीव्र होती है। इसका प्रभाव तात्कालिक होता है। इसमें ऐसी ताकतें होती हैं जो मानव के नियंत्रण में नहीं है। वह थोड़े समय में और बिना चेतावनी के घटित होती है जिसकी वजह से मानव जीवन के क्रियाकलाप अवरुद्ध होते हैं तथा बड़े पैमाने पर जान-माल का नुकसान होता है।