लैंगिक जनन में संततियाँ, यद्यपि अपने माता-पिता के समान होने पर भी, उनक अथवा एक-दूसरे के समरूप नहीं होती हैं। कारण यह है कि संततियाँ कुछ जीनों को माता से और कुछ को पिता से प्राप्त करती हैं। अनेक विविध संयोजनों में माता और पिता के जोनों के मिश्रित होने के कारण, सभी संततियों में आनुर्वोशक विविधताएँ होती हैं। इस तरह, लैंगिक जनन जीवसंख्या में अत्यधिक विविधता को बढ़ावा देता है।